क से 'कउआ' ख से 'खाना'
ग से बबुआ गइह 'गाना'
घ से 'घोरा' च से 'चप्पल'
छ से 'छाता' ज से 'जंगल'
झ से 'झोरा' ट से 'टमटम'
ठ से 'ठेकुआ' खइह हरदम
ड से 'डोरी'ढ से 'ढेला'
त से 'तरुआ'खा जिन अकेला
थ से 'थरिया' द से 'दीन'
ध से 'धनिया' न ने 'नीन'
प से 'पइसा' खूब चिन्हाला
फ से 'फूल' रोजे फुलाला
ब से 'बबुआ' भ से 'भाला'
म से 'माई' कहल जाला
र से 'रोटी' ल से 'लावा'
स से 'सतूआ' ह से 'हावा'
करिह एतने आज पढ़ाई
बबुआ अब त घरे जाई
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
ईहाँ रउआ आपन बात कह सकीले।